Haryana In Karnal Malkhan Nath: हरियाणा के करनाल में हत्या की सजा दूसरे व्यक्ति को काटनी पड़ रही है। ललयाणी गांव के मलखान नाथ को पुलिस ने हत्या के केस में जेल में डाला हुआ है। परिवार का आरोप है कि हत्या करने वाला चेतराम पैरोल पर आने के बाद फरार हो गया। 23 साल बाद पुलिस ने मलखान सिंह को हत्यारोपी बताकर जेल में डाल दिया।
परिवार ने पुलिस को मलखान के डॉक्यूमेंट भी दिखाए लेकिन पुलिस मानने को तैयार नहीं है कि वह चेतराम नहीं है। परिवार मलखान को बेकसूर साबित करने के लिए पुलिस अधिकारियों और मंत्रियों के दफ्तरों के चक्कर काट रहा है। परिवार ने अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है ताकि उन्हें न्याय मिल सके।
Haryana In Karnal Malkhan Nath: मुकेश ने बताया कि
मुकेश ने बताया कि उसका भाई मलखान 44 साल का है। वह ललयाणी के जोगी माजरा में रहते हैं। उनका परिवार सपेरा जाति से संबंध रखता है। मलखान भिक्षा मांगने का काम करता है। वह सोनीपत के पिनाना गांव में अंग्रेज सिंह के घर भी भिक्षा मांगने के लिए जाता था। मलखान का उनके साथ अच्छा उठना-बैठना हो गया था।
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अंग्रेज सिंह के परिवार ने ही मलखान को 1997 में हुई थी महिला की हत्या मुकेश ने बताया कि सितंबर 1997 में सोनीपत के पिनाना गांव की रहने वाली केला नामक महिला की धारदार हथियार से हत्या की गई थी। जिसकी हत्या का जुर्म अंग्रेज सिंह के लड़के चेतराम उर्फ चेतू ने कबूल किया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई। साल 2000 में चेतराम 4 हफ्ते की पैरोल पर आया था। इसके बाद चेतराम ने सरेंडर नहीं किया।
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असम से पुलिस ने किया गिरफ्तार
मुकेश ने आरोप लगाया है कि मलखान नाथ 4 दिसंबर 2023 को अन्य साधुओं के साथ भिक्षा मांगने के लिए असम गया हुआ था। चेतराम के परिवार वालों ने सोनीपत पुलिस को मलखान का फोन नंबर दे दिया। 11 दिसंबर को सोनीपत पुलिस ने मलखान को असम से गिरफ्तार कर लिया।
मुकेश का आरोप है कि चेतराम के परिवार वालों ने पुलिस के साथ साठगांठ करके मलखान को अरेस्ट करवाया है, जबकि मलखान बेकसूर है। उसके बच्चों और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो चुका है। पुलिस ने मलखान को एक हफ्ते टॉर्चर किया और यह मानने के लिए मजबूर किया कि वह ही चेतराम है।