Hathras Stampede Incident: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले की सिकंदराराऊ तहसील में मंगलवार को हुई भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई, जिसके बाद पुलिस भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि की तलाश कर रही है। इस मामले में अब तक 4 आयोजकों को हिरासत में लिया गया है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। इस बीच, हाथरस हादसे पर सूरजपाल उर्फ भोले बाबा का पहला बयान सामने आया है.
जिसमें उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए दावा किया कि भगदड़ से पहले ही वे कार्यक्रम स्थल से चले गए थे। भोले बाबा ने यह भी दावा किया कि असामाजिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सूरजपाल उर्फ भोले बाबा ने अपने एक वकील के जरिए यह बयान जारी किया है, हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि बाबा कहां हैं।
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भगदड़ हादसे पर भोले बाबा का पहला बयान
बयान में कहा गया है, ‘हम मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम घायलों के शीघ्र
स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। भगदड़ मचाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील डॉ. एपी सिंह को अधिकृत किया गया है।
हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र के फुलारी गांव में 2 जुलाई को आयोजित सत्संग से काफी पहले ही निकल
चुका हूं। गौरतलब है कि हादसे के बाद भोले बाबा का यह पहला बयान है, जिसमें वह घटना से पल्ला झाड़ते
नजर आ रहे हैं। इस बीच, हाथरस भगदड़ मामले में यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और सीएम
योगी ने न्यायिक जांच के आदेश भी दे दिए हैं।
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Hathras Stampede Incident: कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को साफ कर दिया कि हाथरस हादसे के लिए जो भी
जिम्मेदार होगा, उसे सजा मिलेगी। कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा। इसके लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की
अध्यक्षता में न्यायिक जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं। हाथरस में घटनास्थल का निरीक्षण और समीक्षा करने
के साथ ही घायलों से मिलने के बाद सीएम योगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कहा कि वह पूरी घटना की तह
तक जाएंगे। उन्होंने कहा कि पूरा कार्यक्रम स्वयंसेवकों ने आयोजित किया था, जबकि प्रशासन ने बाहर पुलिस
व्यवस्था की थी। लेकिन, दुर्घटना के तुरंत बाद स्वयंसेवक वहां से भाग गए। उन्होंने दुर्घटना के बाद लोगों को
अस्पताल ले जाने की कोई व्यवस्था भी नहीं की।