Canada Gold Theft: कनाडा के इतिहास की सबसे बड़ी चोरी में से एक का सोना भारत में होने का संदेह है। इसमें करीब 3 करोड़ कनाडाई डॉलर की कीमत की 6600 सोने की ईंटें चोरी हो गईं। कनाडा की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को डर है कि चोरी हुआ यह सोना बरामद नहीं हो पाएगा। इस सोने का एक बड़ा हिस्सा या तो भारत या दुबई पहुंच चुका है। इन जगहों पर सोने को पिघलाकर उसकी पहचान मिटा दी जाती है। इससे सोने का सीरियल नंबर मिट जाता है और उसकी पहचान असंभव हो जाती है।
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टोरंटो के पियर्सन एयरपोर्ट से चुराया गया था यह सोना
सोने की ये 6600 छड़ें पिछले साल 17 अप्रैल को टोरंटो के पियर्सन एयरपोर्ट पर एयर कनाडा
कार्गो टर्मिनल से चुराई गई थीं। कनाडाई मीडिया ने पुलिस के हवाले से दावा किया है कि सोने की
इस बड़ी चोरी का खुलासा अब शायद न हो। इस सोने को अब पहचान मिटाकर दुनिया के अलग
-अलग कोनों में भेज दिया गया है। सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, चोरी के तुरंत बाद इस
सोने को भारत और दुबई ले जाया गया। इसे कनाडा में ज्यादा समय तक नहीं रखा गया।
Canada Gold Theft: भारतीय मूल के कनाडाई नागरिकों पर आरोप
इसे कनाडा के इतिहास की सबसे बड़ी सोने की चोरी बताया गया। 17 अप्रैल को ज्यूरिख से यह
माल पियर्सन एयरपोर्ट पहुंचा। इसमें .9999 प्रतिशत शुद्धता वाली 6600 सोने की ईंटें थीं। इनका
वजन करीब 400 किलोग्राम था। उतरने के बाद इस सोने को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
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Canada Gold Theft: ये लोग उस जगह काम करते थे
हालांकि, 18 अप्रैल को पुलिस को सूचना मिली कि यह सोना चोरी हो गया है। चोरी का आरोप
भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक परमपाल सिद्धू और सिमरनप्रीत पनेसर पर लगा। ये लोग उस
जगह काम करते थे, जहां यह सोना रखा गया था। इस साल अप्रैल में इस सोना चोरी मामले में 9 लोगो