Delhi Of Hospital: दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में मरीज विजय ने अंगदान करके चार लोगों की जान बचाई है. 26 साल के विजय को गंभीर हालत में सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने उसको ब्रेन डेड घोषित कर दिया था. विजय के अंग एम्स, सफदरजंग जैसे अस्पतालों में मरीजों की जान बचाने के काम आए।
महज 26 साल की उम्र में विजय ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था, लेकिन अपनी मौत के बाद भी वह चार लोगों को नई जिंदगी बचा गया। हरियाणा के बल्लभगढ़ जिले का रहने वाला विजय कई दिनों से बीमार था. लेकिन आराम नहीं मिल रहा था. धीरे-धीरे उसकी हालत बिगड़ रही थी. गंभीर स्थिति में विजय के परिजनों ने उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां उसके कई तरह के टेस्ट किए गए, लेकिन डॉक्टरों को पता चला कि वह ब्रेन डेड हो गया है. इस दुख के बावजूद भी उसके परिजन अंगदान के लिए मान गए और विजय के शरीर के अंगों से चार मरीजों को नई जिंदगी मिली है.
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25 फरवरी को हुआ था विजय भर्ती
सफदरजंग अस्पताल की सीएमओ डॉ. वंदना तलवार ने बताया कि मृतक डोनर विजय ने चार मरीजों को नया जीवन देकर नेक काम किया है. सबसे बड़ा दिल तो परिजनों का है जो अंग दान करने के लिए राजी हो गए। मरीज को गंभीर हालत में 25 फरवरी 24 को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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2 मार्च, 2024 की शाम को, कई परीक्षणों के बाद, विशेषज्ञों के एक पैनल ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया था. परिवार को अंगदान के लिए समझाया और परामर्श दिया गया, जिस पर वे अपने बेटे के अंगों को दान करने के लिए मान गए।
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Delhi Of Hospital: ऐसी हुई प्रक्रिया
डॉ. वंदना तलवार ने बताया कि मृतक डोनर विजय के माता-पिता इस काम के लिए सहमत हुए और वेटिंग लिस्ट वाले जरूरतमंद मरीजों के लिए अस्पताल को चार महत्वपूर्ण अंग दान करने का उन्होंने निर्णय लिया. अंग दान एवं प्रत्यारोपण समन्वय समिति ने सफदरजंग अस्पताल में यह किया गया.
मरीज के सभी अंगों को राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) की मदद से दिल्ली के अलग-अलग सरकारी अस्पातालों में इलाज करा रहे मरीजों में ट्रांसप्लांट किया गया.
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Delhi Of Hospital: ट्रांसप्लाट अलग अलग अस्पतालों में हुआ
डॉ. वंदना ने बताया कि डोनर विजय का हार्ट एम्स, नई दिल्ली में एक मरीज में ट्रांसप्लाट किया गया. इस मरीज को हार्ट ट्रांसप्लांट की जरूरत थी और विजय के हार्ट से इसको नया जीवन मिल गया है. विजय का लीवर और एक किडनी आरएंडआर आर्मी अस्पताल में एक मरीज को ट्रांसप्लांट की गई और दूसरी किडनी सफदरजंग अस्पताल में नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी विभाग में इलाज करा रहे एक मरीज को ट्रांसप्लांट की गई. सफदरजंग अस्पताल में किडनी जिस मरीज को ट्रांसप्लांट की गई है उसकी हालत स्थिर है और वह ठीक हो रहा है. डोनर के परिजनों का यह निस्वार्थ कार्य अंग दान के बारे में जनता में जागरूकता फैलाने में काफी मददगार साबित होगा.
डॉ. वंदना ने बताया कि सफदरजंग अस्पताल में अंग दान और प्रत्यारोपण समन्वय समिति,अतिरिक्त एमएस डॉ. वंदना चक्रवर्ती और प्रभारी अधिकारी डॉ. बिनीता जयसवाल के नेतृत्व में काम कर रही है. इनके नेतृत्व में लोगों में अंग दान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से काम किया जा रहा है.