Fake Medicines: बाजार में तमाम तरह की असली और नकली दवाएं मिलती हैं. बाजार में तमाम तरह की असली और नकली दवाएं मिलती हैं. बाजार में तमाम तरह की असली और नकली दवाएं मिलती हैं. कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं, जिनमें नकली दवाइयां पकड़ी जाती हैं. ऐसे में आपके लिए जरूरी हो जाता है
कि आप जब भी ऑनलाइन या मेडिकल स्टोर medical store से दवा खरीदें, तो कुछ बातों का ध्यान रखें. वरना आप भी नकली दवाओं का शिकार बन सकते हैं. अगर आप भी असली और नकली दवा में अंतर नहीं कर पाते हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के प्रवक्ता और मेडिसिन एक्सपर्ट डॉक्टर सुधीर सिंह के जरिए कि दवा खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि नकली दवाओं के सेवन से आपके शरीर में कई गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। ऐसे में अगर आपके पास भी मेडिकल स्टोर या ऑनलाइन वेबसाइट से दवाओं के लिए निर्देश हैं तो इस स्थिति में आपको सावधान रहने की जरूरत है। आपकी ज़रा सी प्रतिस्पर्धा एक बड़ा नुकसान का कारण बन सकती है।
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यहां किए जाते हैं नकली दवाओं पर टेस्ट
डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि जब किसी दवा से मरीज को एलर्जी होती है या दवा से फायदे की जगह नुकसान होने लगता है तो सबसे पहले कोई भी अस्पताल केंद्रीय मंत्रालय के अधीन आने वाले सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन में उस दवा में को जांच के लिए भेजता है.
भारत में इस आर्गेनाइजेशन की 7 लैब है . यहीं से पता चलता है की दवा असली है या नकली, लेकिन अगर बात करें आम जनता की तो आम जनता भी कुछ खास तरीके से दवा की पैकेट को देखकर असली और नकली में अंतर पता कर सकती है.
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Fake Medicines: ऐसे करें पहचान
डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि दवाइयां हमेशा लाइसेंस वाले स्टोर से ही खरीदें. बिल लेना ना भूलें. ऑनलाइन दवाइयां खरीदने से बचना चाहिए. इसमें फ्रॉड की आशंका ज्यादा होती है. पैकेजिंग में अंतर या अगर प्रिंटिंग में कोई स्पेलिंग मिस्टेक या डिजाइन में फर्क दिखता है तो दवा नकली हो सकती है.
दवा पर बैच नंबर, मैन्युफैक्चरिंग डेट और एक्सपायरी डेट लिखी होनी चाहिए. आप जब भी दवा खरीदने जाएं तो ये याद रखें कि उस दवा पर बारकोड, यूनिक कोड या क्यूआर कोड होना चाहिए. अगर किसी दवा पर ये सब नहीं है, तो ये दवा नकली हो सकती है. ऐसी दवा को खरीदने से बचना चाहिए.
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Fake Medicines: रंग को ध्यान से देखें
डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि अगर दवा का रंग बदला हुआ है जैसे एक ही पैकेट में रंग-बिरंगी दवाइयां हैं या कुछ दवाओं पर सीलन लगी है या दवा से बदबू आ रही है तो भी तुरंत दवा को लेने से इनकार कर दें.
डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि नकली दवाओं का सेवन करने से आपके शरीर में कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. ऐसे में अगर आप भी मेडिकल स्टोर या ऑनलाइन वेबसाइट से दवाओं को खरीदते हैं तो इस स्थिति में आपको सावधान हो जाने की जरूरत है. आपकी जरा सी लापरवाही एक बड़े नुकसान की वजह बन सकती है.