INLD-BJP-Kanda: हरियाणा में गोपाल कांडा को भाजपा के प्रति प्रेम और इनेलो का समर्थन भारी पड़ सकता है। दोनों की पार्टी के आम कार्यकर्ता कांडा के प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं। कांडा के बार-बार बयान बदलने से भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी है वहीं भाजपा का समर्थन लेने से कांडा के प्रचार से इनेलो कार्यकर्ताओं ने दूरी बना ली है।
कांडा को आस है कि सिरसा के साथ लगते गांवों में इनेलो का वोट बैंक जो उनको मिलेगा मगर भाजपा के समर्थन से ऐसा होता नहीं दिख रहा। वहीं कांडा के बयानों से भाजपा कार्यकर्ताओं में उलझन है। भाजपा समर्थन के बाद कांडा ने कहा था कि मैंने किसी का समर्थन नहीं मांगा, इसके बाद से भाजपा के कार्यकर्ता कांडा के प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं।
हरियाणा के जाटलैंड में PM मोदी की रैली 3 जिलों के 22 हलकों को साधेंगी
निर्दलीय उम्मीदवार गोकुल सेतिया से 603 वोट से जीते थे
वहीं भाजपा प्रत्याशी बैठाने के बाद भी स्थानीय पदाधिकारी अपनी ही पार्टी से नाराज है और कांडा के प्रचार से दूरी बना ली है। बता दें कि गोपाल कांडा पिछली बार निर्दलीय उम्मीदवार गोकुल सेतिया से 603 वोट से जीते थे मगर अब गोकुल के कांग्रेस में जाने के बाद कांडा को कड़ी टक्कर मिल रही है।
- Advertisement -
INLD-BJP-Kanda: लोकसभा चुनाव में कांडा का साथ लिया
बता दें कि 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने गोपाल कांडा से समर्थन लिया था मगर भाजपा एक ही विधानसभा में आगे रही। अगर कांग्रेस पुराना प्रदर्शन दोहराती है तो गोपाल कांडा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं इनेलो के अधिकतर वर्कर भाजपा पार्टी से नाराज हैं और भाजपा के समर्थन से उन्होंने गोपाल कांडा के प्रचार से दूरी बना ली है और कांडा बंधुओं के लिए चुनाव में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
खरखौदा में कांग्रेस की लगातार चौथी जीत अबकी बार आसान नहीं
भाजपा ने पहले प्रत्याशी खड़ा किया बाद में बैठाया
भाजपा के 90 सीटों पर प्रत्याशी उतारने के बाद गोपाल कांडा ने अकेले लड़ने का फैसला लिया था। मगर ऐन वक्त पर इनेलो ने अपना समर्थन गोपाल कांडा को दे दिया। इसके बाद भाजपा ने कांडा के पक्ष में अपने प्रत्याशी का नामांकन वापस ले लिया। प्रदेश में इनेलो और भाजपा दोनों अलग-अलग लड़ रही है।
इनेलो भाजपा पर लगातार हमलावर है। ऐसे में विपक्षी दल तीनों पार्टियों पर चुटकी ले रही हैं। हरियाणा में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने चुटकी लेते हुए X अकाउंट पर लिखा था कि ” अजब, विचित्र, गजब नजारा, खट्टर कहे कांडा हमारा, कांडा इनेलो को प्यारा, एक ने उम्मीदवार नहीं उतारा, दूसरा कहे गठबंधन है हमारा, ऊपर से है दोनों को इशारा, बेवकूफ बनाना काम तुम्हारा।
इलियास के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे राज बब्बर: 500 के नोट बांटने का वीडियो हो रहा वायरल
- Advertisement -
INLD-BJP-Kanda: कांडा और भाजपा नेताओं ने बदले बयान
दरअसल गोपाल कांडा के बार-बार बयान बदलने और भाजपा नेताओं की अलग-अलग
बयानबाजी से विपक्षी दलों को चुटकी लेने का मौका मिल गया है। कांग्रेस और जजपा इसे
इनेलो और भाजपा का इसे साइलेंट गठबंधन करार दे रहे हैं। मगर इनेलो का कहना है कि
- Advertisement -
कांग्रेस जानबूझकर भ्रम फैला रही है, ताकि भाजपा के खिलाफ वोट बटोरा जा सके, जबकि
सच्चाई ये है दोनों पार्टी कांग्रेस और भाजपा की विदाई तय है।
क्या हरियाणा में कांग्रेस को बहुमत मिलने पर बनेगें 3 मुख्यमंत्री
इनेलो नेता अभय ने कहा था- कांडा-भाजपा का गठबंधन नहीं
दरअसल, भाजपा कैंडिडेट के कांडा के समर्थन के बाद इनेलो सबसे ज्यादा बैकफुट पर है।
क्योंकि इनेलो बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफत का वोट बटोरना चाहती है। ऊपर से उनके
सहयोगी गोपाल कांडा का भाजपा ने समर्थन किया तो कांग्रेस और जजपा हमलावर हो गए।
पत्रकारों ने सवाल पूछे तो अभय चौटाला ने कहा कि कांडा अपने मुंह से कहेंगे तो वह मानेंगे।
इसके बाद कांडा ने प्रेसवार्ता बुलाकर कहा कि भाजपा से उन्होंने कभी समर्थन मांगा ही नहीं था।
प्रदेश में इनेलो गठबंधन की सरकार बनेगी।