International Women’s Day: दिल्ली वालों को उनकी मंजिल तक की मंजिल वाली कोमल चौधरी अब देश की सीमाओं की पहरेदारी करने के लिए ट्रेनिंग ले रही हैं। सामाजिक कुरीतियों के चरित्र से जुड़ी महिलाएं अब सफलता के नए कीर्तिमान गढ़ रही हैं। इस एपिसोड में दिल्लीवासियों को उनकी मंजिल तक की ट्रेनिंग ले रहे हैं।
इसके बाद दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने बस यात्रा के लिए सागर से मुलाकात की। अब सरोजनी नगर डिपो में अपनी सेवा प्रदान करें। कुछ दिनों तक वह कम दूरी की सोलोमन्सगी, फिर आम बस चालक की तरह की बसों पर दौड़ेंगी।
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बस चालक की नौकरी के साथ
सबसे पहले उन्होंने राजधानी में राइफल बस चलाकर लाखों महिलाओं की प्रेरणा का स्रोत बनाया। वर्ष 2023 में उनका चयन सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) में सहायक जीडी काउंसिल के पद पर हुआ। अब वह देश के दुश्मनों से मुकाबला करते हैं।
कोमल ने बस बनाने के साथ ही अपनी एसएसबी की तैयारी की। इसके लिए वे रोजाना 12 घंटे तक पढ़ाई करते हैं। 24 सावरल कोमल चौधरी राजस्थान के आमेर की रहने वाली हैं।
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International Women’s Day: नौकरी के साथ की तैयारी
कोमल ने बताया कि वह जिस इलाके से आती हैं, वहां महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिलता, लेकिन उनकी इस सफलता के पीछे उनके फौजी पिता और रिश्ते में ताऊ की बड़ी मेहनत है। उन्होंने बताया कि साल 2020 में उन्होंने एसएसबीआई में कंसल्टेंसी के लिए आवेदन किया था.
बस चालक की नौकरी के साथ ही एसएसबीबी का शारीरिक एवं लिखित परीक्षण करने के लिए कड़ी मेहनत करती है। कोमल ने बताया कि उसके पिता के चमत्कार में एक व्यक्ति की तबीयत खराब हो गई, तो एक महिला उसे चार पहिया वाहनों में ले जाकर जंगल में ले गई और अस्पताल ले गई। इस वाक्या को देखकर उनके पिता काफी प्रभावित हुए। इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी कोमल को ड्राइविंग सिखाई।