Karnal of Gharaunda: करनाल के घरौंडा में हरियाणा रोडवेज की चलती बस में अचानक बस ड्राईवर को हार्ट अटैक आ गया। बस चालक की तबियत बिगड़ते ही बस फुटपाथ से टकराई। ड्राइवर ने बस को थोड़ा सा संभाला, लेकिन बस का कंडक्टर गड़बड़ी को पहचान चुका था। वह पिछली सीट से तुरंत आगे आया और बस का स्टेयरिंग संभाल लिया।
बस ड्राइवर का पैर एक्सिलेटर पर था। बस दौडती जा रही थी। बस में सवार कुछ युवकों ने ड्राइवर को सीट से हटाया और उसके बाद कंडक्टर ने स्टेयरिंग संभाला। बस में सवार सवारियों में अफरा तफरी मच चुकी थी। करीब साढ़े तीन किलोमीटर दूर जाकर बस रूकी। तुरंत डायल-112 को कॉल किया गया और पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस की ईआरवी में ही कंडक्टर को अस्पताल में पहुंचाया गया।
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मंगलवार रात की घटना
दरअसल यह घटना रात करीब 1 बजकर 55 मिनट की है। हरियाणा रोडवेज के पलवल डिपो की बस मंगलवार रात सवा 11 बजे चंडीगढ़ से चली थी।
जैसे ही घरौंडा पार तो ड्राइवर प्रताप वासी झज्जर को अटैक आ गया। अटैक माइनर था। बस कंडक्टर नरेंद्र ने कैसे अपनी सूझबूझ से हालातों को संभाला, आईए जानते है उन्हीं की जुबानी
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Karnal of Gharaunda: बस में थी 20 सवारियां
नरेंद्र ने बताया कि बसताड़ा का टोल क्रॉस हो चुका था। बस में लगभग 20 सवारियां दी। अचानक से प्रताप को अटैक की शिकायत हुई और बस का संतुलन बिगड़ गया और फुटपाथ से बस टकरा गई। मैं पीछे सीट पर बैठा हुआ था, मैं तुरंत सचेत हो गया। मैं ड्राइवर के पास आया और बेशुद मुद्रा में ड्राइवर था। बस स्पीड में थी, मैने स्टेयरिंग को पकड़ लिया।
मेरा पैर ब्रेक तक नहीं पहुंच पा रहा था, क्योंकि सीट पर ड्राइवर प्रताप था और वहां पर इतनी जगह नहीं थी कि मेरा पैर भी ब्रेक तक पहुंच जाए। मैं बराबर में ही खड़े होकर स्टेयरिंग को संभाले हुए था। मैंने किसी तरह से बस को न्यूटल में कर लिया था। करीब ढाई-तीन किलोमीटर तक मैंने स्टेयरिंग को संभाले हुए था। बस में ही सवार कुछ युवकों की मदद से ड्राइवर को पीछे निकलवाया। मैंने सीट पर आकर बस को संभाला। कोहंड से पहले ही बस को साइड में रोक लिया था।
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सूझबूझ आई काम-
कंडक्टर नरेंद्र ने बताया कि उसने सवारियों को नहीं बताया था। क्योंकि एक पैनिक क्रिएट हो सकता था। बस को साइड में रोकने के बाद ही पुलिस को बुलाया गया। व ईआरवी से घरौंडा अस्पताल में पहुंचे। जहां ईलाज किया गया। अब ड्राइवर प्रताप की हालत ठीक है। सूझबूझ काम आई। इसलिए बड़ा हादसा होने से बच गया।