Mahashivratri: पंडित विवेकानंद पांडेय ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन 300 वर्षों बाद त्रिग्रही योग बन रहा है। इस दुर्लभ योग और शुभ अवसर पर भगवान शंकर की पूजा अर्चना करने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है।
महाशिवरात्रि के दिन मकर राशि में मंगल और चंद्रमा की युति से चंद्र मंगल योग बन रहा है।
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महाशिवरात्रि का पर्व ग्रहों की शुभ युति
पंडित घनश्याम शर्मा के अनुसार आठ मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व ग्रहों की शुभ युति तथा शिवयोग के सर्वार्थ सिद्धि योग में मनेगा. महाशिवरात्रि पर शुक्रवार के दिन श्रवण नक्षत्र उपरांत धनिष्ठा नक्षत्र, शिवा योग, गर तरण तथा मकर कुंभ राशि के चंद्रमा की साक्षी रहेगी. कुंभ राशि में सूर्य, शनि, बुध का युति संबंध रहेगा.
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ये योग तीन शताब्दी में एक या दो बार बनते हैं जब नक्षत्र, योग ग्रहों स्थिति जनमत से संबंध रखती है. इस दुर्लभ योग और शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की आराधना करने से भक्तों को मनोवांछित फलों की प्राप्ति होगी.
महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करना शुभ होता है. इससे श्रद्धालु के जीवन में शिव की कृपा बनी रहती है. दही से रूद्राभिषेक करने से आर्थिक क्षेत्र में आ रही सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं.
वहीं गन्ने के रस से शिव का अभिषेक करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. शिव अभिषेक के दौरान 108 बार ओम पार्वती पतये नमः मंत्र का जाप करने से जीवन में अकाल संकट नहीं आता है. पति-पत्नी एक साथ शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते हैं तो उनका वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है.
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Mahashivratri: सर्वार्थ सिद्धि योग धन लाभ व कार्य सिद्धि के लिए शुभ
पंडित घनश्याम शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग में शिव पूजा करने और व्रत रखने से परमसिद्धि मिलती है. सर्वार्थ सिद्धि योग धन लाभ और इस शुभ योग में कोई भी नया कार्य,
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महाशिवरात्रि का महत्व
हिंदू मान्यताओं के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। महाशिवरात्रि पर चार पहर की पूजा विशेष महत्व रखती है।
महाशिवरात्रि के दिन व्रत और पूजा का विधान है। रात्रि जागरण के साथ शोभा यात्रा भी निकली जाती है। लोग शिव मंदिरों में सुबह से ही जलाभिषेक करते हैं।
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प्रदोष व्रत महिलाएं पुत्र प्राप्ति तथा महाशिवरात्रि का व्रत अपने सुहाग की मंगल कामना हेतु करती हैं। इस बार एक ही दिन प्रदोष और महाशिवरात्रि होने से दुर्लभ संजोग बन रहा है।
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Mahashivratri: बाबा लंगटनाथ धाम में आएंगे श्रद्धालु
महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा लंगट नाथ धाम में अन्य वर्षों की अपेक्षा अधिक शिवभक्तों के आगमन की संभावना है। यहां हर वर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक को आते हैं। महाशिवरात्रि पर ग्रामीण मेले का आयोजन भी होता है।
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महाशिवरात्रि पर निकाली जाएगी भव्य शिव बरात
हिंदू जागरण मंच की एक बैठक रामगढ़िया स्थित राम जानकी मंदिर प्रांगण में हुई। बैठक में इस वर्ष भी शिव बारात निकालने पर सहमति बनी और कार्यक्रम को सफल बनाने पर चर्चा हुई।
भोले बाबा की बारात रामगढ़िया स्थित गज्जु लाला शिव मंदिर से बैंड बाजा के साथ प्रारंभ होगी, जो चेता साह मंदिर, अबरपुल, आरण्य देवी, बड़ी चौक, गोपाली चौक, जेल रोड, शिवगंज, बड़ी मठिया, महादेवा रोड, बुढ़वा महादेव मंदिर, धर्मन चौक, चित्रटोली रोड, टाउन थाना मोड़, आर्य समाज मंदिर, नाला मोड़, चौधरियाना, बिंद टोली होते हुए सिद्धनाथ मंदिर में समाप्त होगी। बैठक में हिंदू जागरण के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।