Mithun Chakraborty: मिथुन चक्रवर्ती दादासाहब फाल्के पुरस्कार पाकर इमोशनल हैं। अवॉर्ड लेते वक्त उन्होंने लंबा स्पीच दिया। इसमें अपने संघर्ष और हीरो बनने में आ रही सबसे बड़ी दिक्कत के बारे में बात की। मिथुन कई बार बता चुके हैं कि सांवला रंग होने की वजह से वह हीरो नहीं बन पा रहे थे लेकिन उन्होंने रंग के बजाय डांस पर फोकस किया कि वह सेक्सी बंगाली बाबू बन गए।
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Mithun Chakraborty: इस तरह से सेक्सी, डस्की, बंगाली बाबू बन गया
मिथुन ने अपने स्पीच में कई नई पुरानी बातें बताईं। यह भी बताया कि उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा चैलेंज उनका रंग था। मिथुन बोले, ‘तब डार्क स्किन कलर वाले लोग इंडस्ट्री में सर्वाइव नहीं कर पाते थे। मुझे भी वापस जाने की सलाह दी थी। मैं भगवान से प्रार्थना करता और कहता कि क्या मेरी स्किन का रंग बदल सकते हैं लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए। तब मैंने सोचा कि मैं क्या कर सकता हूं तब लगा कि मैं तो डांस कर सकता हूं। मैंने इतना बढ़िया डांसर बनने
का फैसला लिया कि लोग मेरे पैर नोटिस करने लगे तो उनका ध्यान मेरी स्किन के कलर पर नहीं
जाता। इस तरह से मैं सेक्सी, डस्की, बंगाली बाबू बन गया।’
भगवान से थी शिकायत, संघर्ष के बाद वह और कठिनाइयां क्यों दे रहे थे
मिथुन ने यह भी बताया कि उन्हें कुछ भी थाली में सजा नहीं मिला सब कड़ी मेहनत से
कमाया है। मिथुन बोले थे कि उन्हें भगवान से शिकायत होती थी कि इतने संघर्ष के बाद
वह और कठिनाइयां क्यों दे रहे थे लेकिन अवॉर्ड मिलने के बाद वह कभी शिकायत
नहीं करेंगे।