Ratan Tata: देश और दुनिया के जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा का 86 वर्ष की उम्र में बुधवार को मुंबई के अस्पताल में निधन हो गया. टाटा समूह के मानद चेयरमैन अरबपति रतन टाटा के दुनिया को अलविदा कहने के बाद देशभर में शोक की लहर फैल गई. इसके साथ ही तमाम लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के साथ ही उनसे जुड़े अपने अनुभव और किस्से जाहिर कर रहे हैं. इसी सिलसिले में समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी और उनकी अनसुनी कहानी बताई.
2015 में लखनऊ में एक मंच पर मौजूद थे रतन टाटा और अखिलेश
आज से लगभग नौ साल पहले टाटा समूह के प्रमुख रतन टाटा एक कार्यक्रम के शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ आए थे. साल 2015 में माऊंट एवरेस्ट विजय करने वाली विश्व की एकमात्र निशक्त पर्वतारोही पदमश्री अरुणिमा सिन्हा की विकलांग खेल अकादमी और प्रोस्थेटिक लिम्ब रिसर्च सेंटर के शिलान्यास कार्यक्रम में मंच पर दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के साथ तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मौजूद थे. अखिलेश यादव ने तब मंच पर रतन टाटा के सामने ही टाटा कंपनी से जुड़ा एक अनुभव लोगों को सुनाया था.
मुलायम सिंह यादव और मैंने टाटा को यूपी में लाने की कई बार कोशिश की
अखिलेश यादव ने उस मंच से अपने संबोधन के दौरान पहले रतन टाटा की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा था कि देश और दुनिया के जो उद्योगपित भारत को समझना चाहते हैं, वे सबसे पहले रतन टाटा से जाकर मिलते हैं. अखिलेश ने आगे बताया था कि मैंने और मुलायम सिंह यादव ने टाटा के उद्योग को उत्तर प्रदेश में लाने की कई बार कोशिश की. अखिलेश ने कहा था, ‘मैं अमेरिका दौरे में उनके एक होटल में भी रुका था और उनसे मिला भी. वह वादा तो करते थे, लेकिन इसके पहले तक कई कारणों से यह संभव नहीं हो पाया था.
Ratan Tata: रतन टाटा का जाना इतिहास के एक पन्ने का पलट जाना है
उस कार्यक्रम में रतन टाटा ने भी मंच से बोलते हुए उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तारीफ की थी. उन्होंने प्रदेश के विकास का जिक्र करते हुए फैंटास्टिक बताया था. रतन टाटा ने तब खुद को यूपी के विकास कार्यों से खुद को प्रभावित बताया था.