Russia Tourist Visa: पूरे हरियाणा सहित भारत के युवा बेरोजगारी की कमी में विदेश की ओर रुख कर रहे हैं। और इस एपिसोड में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें विदेश जाने के चक्कर में कुछ लोग धोखे का शिकार हो जाते हैं और अपने लाखों रुपये गवा कर विदेश तक नहीं पहुंच पाते, जो गधे से जाते हैं वे कुछ लोगों की तो रास्ते में नश्वर हो जाते हैं भी हो गया है.
लेकिन अब एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां करनाल के संभली गांव का एक युवा टूरिस्ट जादूगर घूमने के लिए रूस जाता है और वहां पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है, गिरफ्तार करके उसके सामने दो नाम रखे जाते हैं। या तो 10 साल तक जेल में रहे या फिर 1 साल तक जेल में रहे रूस की सेना में शामिल रहे यूक्रेन के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई, मजबूरन प्रमुख भूमिकाओं में शामिल रहे यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई रहे हैं. इसी परिवार का रो कर बुरा हाल है कि उसका बेटा जा रहा था लेकिन वहां फंस गया। वहां पर उसके साथ कोई अनहोनी ना हो जाये.
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Russia Tourist Visa: हरियाणा और पंजाब के घरों तक पहुंच गई
सभी जानते हैं कि रूस और युक्रेन की लड़ाई लंबे समय से जारी है और अब हरियाणा और पंजाब के घरों तक पहुंच गई है। रूस की सेना द्वारा टूरिस्ट मास्टर्स पर रूस की सेना ने कुछ भारतीयों को बंधक बना लिया और उन्हें जापान के डोनेक्स में युद्ध के लिए उकसाने का आरोप लगाया।
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बताया जा रहा है कि ये युवा टूरिस्ट वीजे रसिया में थे जैसे ही वे वहां पहुंचे, वहां के पुलिसवालों ने उनके अनुयायियों से पूछताछ की, क्योंकि उनके पास के सहयोगी का वजीर नहीं था, पुलिस के गिरफ्तार करने के बाद उनका रास पता चला। की सेना को पुनः स्थापित किया गया। जिसमें दस साल की जेल का डर रिशियन भाषा में सांस्कृतिक सिने क्वारा कलाकार युद्ध में प्रदर्शित किया गया है। जिसमें खाने में गाय का मीट तो कभी खाली पेट रखा जा रहा है। युवक सहित उसका परिवार अब भारत सरकार से घर वापसी की अपील कर रहा है।
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Russia Tourist Visa: रूस की सेना का झंडा पहनावा
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब इन सभी बच्चों ने अपना एक सामुहिक वीडियो बनाकर भारत सरकार से इस संकट से बाहर रेलवे की योजना बनाई है। वीडियो जारी कर युवाओं ने बताया कि ये हो सकता है उनका आखिरी वीडियो। क्योंकि युद्ध के दौरान बैटल फ़्रेशर के समय भी कुछ ऐसा हो सकता है जिसे लेकर वह बहुत परेशान हो रहे हैं।
रूस की सेना का झंडा पहनावा ये सभी युवा भारतीय हैं। जो अपने दुख की दास्तां सुना रहा है। हरियाणा के करनाल जिलों का हर्ष भी एक है। जो अपना घर आना चाहता है। लेकिन आ नहीं पा रहा। वो घर और सरकार से मदद की बात रख रहे हैं। अभी तक कोई भी उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है।
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सरकार किसी भी तरह से अपने बेटे को भारत लेकर आएं
करनाल जिले के गांव सांभली में 19 साल का युवा आनंद भी इन युवाओं में शामिल है। जब हर्ष के परिवार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे को लेकर काफी चिंतित हैं और वह चाहती हैं कि सरकार किसी भी तरह से अपने बेटे को भारत लेकर आएं।
हर्ष की माँ ने कहा कि जब से हर्ष के ऐसे विदेश में फ़स जाने की खबर मिली है तब से हर्ष की माँ रोई सरकार से हर्ष की वापसी की अपील कर रही है, उनकी माँ का कहना है की हर्ष 19 वर्ष के अभी 12वीं शताब्दी में वे पास के थे और विदेश घूमना चाहते थे, उनका कहना है कि करीब 2.50 लाख रुपये खर्च कर रूस की यात्रा की गई थी, लेकिन वाहा की सेना ने उन्हें पकड़ लिया और जापान के साथ चल रहे युद्ध में छोड़ दिया, उनकी सरकार से अपील जल्द ही उनके बेटे वापस घर आकर सरकार में उनकी मदद करेंगे
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Russia Tourist Visa: सेना ने उन्हें कुछ दिनों के लिए ट्रेनिंग के लिए भेज दिया
हर्ष के भाई साहिल को भी हर्ष को लेकर चिंता है उसने बताया कि हर्ष के भाई साहिल भी हर्ष को लेकर रूस गए थे ताकि अभी 2 महीने का मास्टर भी आराम कर सके, उन्हें बताया गया कि उनके पासपोर्ट मजबूत हो इसलिए वो रूस गए थे लेकिन एजेंट की वजह से वो मित्रता तक पहुंच गए यह नहीं पता था कि एक अलग सार्जेंट की जरूरत के लिए जाहा एजेंट हाईवे हाईवे पर छोड़ दिया गया था, जिसके बाद वहा की पुलिस ने उन्हें सेना के लिए रवाना कर दिया, सेना ने उन्हें कुछ दिनों के लिए ट्रेनिंग के लिए भेज दिया।
यूक्रेन के युद्ध में विद्रोह किया गया। उन्होंने बताया कि 10 साल की जेल के डर ने उन्हें एक रशियन लैंग्वेज में सांस्कृतिक सिने करवा लिया। एक सप्ताह तक हमारा कोई संपर्क नहीं हो पाया। हम चिंता में पड़ गए। भाई ने बताया कि रेस्टॉरेंट को प्रशिक्षण देने के बाद उन्हें डोनेक्स में यूक्रेन के खिलाफ छोड़ दिया गया था। उन्हें युद्ध में एक जगह से दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जा रहा है। अब हमें बताया गया है कि यहां फोन की रेंज नहीं है और कुछ दिन बाद उन्हें दूसरी जगह बदल दिया जाएगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री से भी हर्ष के विदेश में होने का सवाल किया गया
इसी मामले को लेकर कल करनाल में हरियाणा के मुख्यमंत्री से भी हर्ष के विदेश में होने का सवाल किया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह उनका सामान्य स्वभाव नहीं था, लेकिन अब उनका स्वभाव आ गया है तो इसे जरूर देखें, उनका मूल्यांकन करें।
हर्ष की मां सुमन ने कहा कि मैं अपने बेटे को बड़े बेटे से प्यार करती थी, उनका भी अरमान था कि उनका बेटा लिख कर अपने दोस्त पर खड़ा हो गया, वह विदेश अमेरिका या ऑस्ट्रेलिया जाना चाहती थी, जहां वह पहले अपना पासपोर्ट स्ट्रांग करना चाहती थी। वह रूस में टूरिस्ट मास्टर के साथ घूमने के लिए गई थी, लेकिन उसे पता नहीं चला कि रूस में टूरिस्ट मास्टर के जाने के बाद यह घटना घटी और अब परिवार के साथ सरकार से जुड़ा हुआ है। इस प्रकार से उनका बेटा भारत वापस लाया गया।