Sadhvi Gyanmoti Mata: चातुर्मास के दौर में आज करनाल में दिगंबर जैन साध्वी क्षुल्लिका रत्न ज्ञान मोती जी महाराज का करनाल में मंगल प्रवेश हुआ। उनकी मंगल आगवानी सकल जैन समाज ने बैंड बाजों के साथ की। उनको शोभायात्रा के रूप में करनाल के दिगंबर जैन मंदिर में लाया गया।
उनका स्वागत दिंगंबर जैन मंदिर सोसायटी एसएस जैन स्थानक सैक्टर चौदह और हनुमान गली के पदाधिकारियों ने किया। उनको समाज की तरफ से करनाल में चातुर्मास करने का आह्वान किया। जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया।
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28 जुलाई को वर्षयोग कलश की स्थापना की जाएगी
इस अवसर पर संासायटी के प्रधान बीरेश जैन ने बताया कि 28 जुलाई को वर्षयोग कलश की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि 21 जुलाई से मंदिर में 48 दिन का श्र ीभक्तामर का पाठ किया जाएगा।
इस अवसर पर उपसिथत जनों को संबोधित करते हुए कहा कि दगंबर जैन साध्वी क्षुल्लिका रत्न ज्ञान मोती जी माताजी ने कहा कि वर्षा योग ठहराव का नाम हैं। आठ महीने संत जगह जगह विहार रेते रहते हैं। चार महीने एक जगह पर ठहर जाते हैं। यह अवधि सौ दिनों की होती है। इस दौरान साुधुओं की सभी दिशाएं बंध जाती है।
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Sadhvi Gyanmoti Mata: हम सभी भगवान महाबीर के शासन को मानने वाले
उन्होंनेंं कहा कि वर्षा योग साधना, आत्म शुचिता और आत्म कल्याण के साथ उपवास के लिए सबसे
उचित समय होता हैं। उन्होंने कहा कि जैन समाज को एक जुट होकर रहना चाहिए। हम सभी भगवान
महाबीर के शासन को मानने वाले हैं। भगवान महाबीर और चौबीसों तीथँकर हमारे महा गुरु हैं। उन्होंने
कहा कि विश्व में सभी चुनौतियों से निपटने का रास्ता जैन धर्म से होकर जाता हैं। वह करनाल में रहकर
धर्म की प्रभावना जन जन तक पहुंचाने का काम करेंगी। युवा पीढिी को संस्कारित और धर्म दीक्षित करने
का प्रयास करेंगी। उन्होंने इस काम के लिए समाज से सहयोग मांगा।
इस अवसर पर श्वेतांबर जैन स्थानक संघ हनुमान गली के महासचिव नवीन जैन, सैक्टर चौदह के
रमन जैन, विनोद जैन, अजय जैन, विरेंद्र जैन, दिनेश जैन, विपिन जैन, सचिन विक्की, प्रवीण जैन,
महाबीर जैन एसएसी ज्ैन, अनिल जैन, माहित जैन, महिला मंडल की प्रधान सुषमा जैन ,सुधा, नीतू,
अनीता जैन, रेखा जैन निशा जैन सहित विभिन्न धर्मालु पहुंचे। इस अवसर पर जैन स्कूल के बच्चे और
स्टाफ ने भी सहयोग दिया।