The Mafia: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंच पर पहुंचते ही पूरा पंडाल योगी आदित्यानाथ जिंदाबाद के नारों से गूंज उठा। वहीं लोग योगी- योगी के नारे लगाते हुए अपनी कुर्सियों से खड़े हो गए। सीएम योगी ने पहले हाथ जोड़कर जनता का अभिवादन किया। गंगोह के नवीन मंडी सभा स्थल पर आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत माता की जय से अपना संबोधन शुरू किया। इसके बाद उन्होंने वंदे मातरम के नारे लगवाए। सीएम योगी ने जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला।
मुख्यमंत्री ने सभी को चैत्र नवरात्र की बधाई दी और मां शाकंभरी और मां बाला सुंदरी को नमन किया। उन्होंने कहा कि सहारनपुर विकास की धारा के साथ जुड़कर विकसित भारत के सपने को पूरा कर रहा है। दिल्ली से देहरादून के बीच ग्रीन एक्सप्रेसवे बन रहा है। इस विकास की गति को जारी रखना है। सहारनपुर पर मां गंगा और यमुना की कृपा है। यहां का किसान और हस्तशिल्प का कारीगरी दूर तक मशहूर है।
The Mafia: अब माफियाओं का क्या हाल
सपा, बसपा और कांग्रेस के शासन में यहां का किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो गया था। नौजवान पलायन करने को मजबूर हो गया था। बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। व्यापारी सुरक्षित नहीं था। उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि जब सहारनपुर को मजहबी उन्माद का केंद्र बना दिया गया था। जब कांवड यात्रा पर बैन लगता था, तब तो जातिवादी संगठन करने वाला कोई आगे नहीं आता था। सबके मुंह सिल दिए जाते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले माफिया (The Mafia) सिर ऊंचा करके घूमते थे। छोटी-छोटी बातों पर दंगा होता था। अब दंगा करने वाले खुद ही कहते हैं कि दंगा नहीं करेंगे। आप सब जानते हैं कि अब माफियाओं का क्या हाल है, हम उन्हें पकड़ कर उल्टा लटका कर मिर्ची का छौंका लगा देते हैं।
कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त करके आतंकवाद को खत्म करने का काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री के लिए 140 करोड़ का भारत ही परिवार है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जाति के नाम पर बरगलाएंगे लेकिन जब जाति पर संकट आएगा तो यह सब लोग गायब हो जाएगे। दंगा भड़काने वाले आज जातियों का इस्तेमाल करने का प्रयास कर रहे हैं। हमारी सरकार ने दंगा मुक्त माहौल दिया है। कर्फ्यू मुक्त प्रदेश दिया है। दंगा कराने वालों की गर्मी को शांत करने का काम किया है। कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त करके आतंकवाद को खत्म करने का काम पीएम मोदी ने किया है। विपक्षी दंगा, कर्फ्यू और किसानों की आत्महत्या नहीं रोक सकते हैं। इनको सिर पर ढोकर आप क्यों देश के लिए बोझा ढोना चाहते हैं।