Water Crisis in Mumbai: मुंबई में बढ़ते जल संकट के बीच आम लोगों की परेशानी भी बढ़ने वाली है. दरअसल, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने शहर में पांच फीसदी पानी कटौती की घोषणा की है. यह आदेश शहर में 30 मई से लागू होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाले जलाशयों में उपयोग योग्य पानी का केवल 10 प्रतिशत ही बचा है.
Water Crisis in Mumbai: जून में आम लोगों की परेशानियां और बढ़ेंगी
नगर निगम का कहना है कि 5 जून से शहर में पानी की यह कटौती 10 फीसदी तक होगी. ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पानी लंबे समय तक संग्रहित रहे. इसी तरह की कटौती न सिर्फ मुंबई बल्कि ठाणे नगर निगम और भिवंडी निजामपुर नगर निगम में भी जारी रहेगी. 25 मई को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाले जलाशयों में केवल 1,40,202 मिलियन लीटर पानी बचा है। यह शहर को हर साल सप्लाई होने वाले 14,47,364 मिलियन लीटर पानी का सिर्फ 9.69 फीसदी है.
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जल भंडारण की लगातार निगरानी – बीएमसी
यह कदम नगर निगम प्रमुख भूषण गगरानी के उस बयान के बाद उठाया गया है, जिसमें उन्होंने कहा
था कि शहर में पानी का प्रचुर भंडार है. नगर निगम का कहना है कि जल भंडारण पर लगातार नजर
रखी जा रही है. इसमें आगे कहा गया कि मुंबई में पानी की कटौती तब तक जारी रहेगी जब तक
शहर में पर्याप्त बारिश नहीं हो जाती। इसके साथ ही नगर निगम ने शहर के लोगों से पानी का
उपयोग सावधानी से करने की अपील की है.
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मुंबई के लोगों को बीएमसी का सुझाव
बीएमसी ने शहर के लोगों को सलाह दी है कि वे कपड़े धोने के लिए वॉशिंग मशीन का इस्तेमाल
न करें और नहाते समय शॉवर का इस्तेमाल न करें। इसके अलावा रेस्टोरेंट मालिकों से कहा गया
है कि वे लोगों को जरूरत पड़ने पर ही पानी मुहैया कराएं. नगर निगम की ओर से एक और
अहम जानकारी दी गई है. बताया गया है कि अक्टूबर 2021 और 2022 के महीनों में
पर्याप्त वर्षा के कारण पानी का प्रचुर भंडारण हुआ था। लेकिन 2023 में पर्याप्त वर्षा नहीं
होने के कारण जल भंडारण में 5.64 प्रतिशत की कमी आई है।