Breast Cancer: भारत में दिन-प्रतिदिन ब्रेस्ट कैंसर के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। हाल ही में पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार भारत के तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक और दिल्ली जैसे राज्यों में रहने वाली महिलाओं में सबसे ज्यादा कैंसर की बीमारी का खतरा है।
फ्लिपकार्ट की इस डील में टूट पड़े लोग, Infinix Zero 30 5G स्मार्टफोन फिर हुआ सस्ता
‘राष्ट्रीय रोग सूचना विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र’ की रिपोर्ट
कुछ साल पहले पूर्वोत्तर राज्यों की महिलाओं में यह बीमारी सबसे ज्यादा देखने को मिल रही थी। लेकिन अब इन राज्यों के लिए सबसे ज्यादा परेशानी पैदा हो गई है। हालांकि इसके पीछे का करम अभी साफ नहीं हुआ है। लेकिन रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिक कैंसर 30 साल की उम्र वाली महिलाओं से मुलाकात करना बेहद जरूरी है।
देश की राजधानी दिल्ली के साथ-साथ इन राज्यों में भी कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ‘राष्ट्रीय रोग सूचना विज्ञान और अनुसंधान केंद्र’ (एनसीडी ट्रेंड) की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2016 के बाद से ही भारतीय महिलाओं में वैज्ञानिक कैंसर की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। साल 2025 तक देश में 5.6 लाख से ज्यादा मामले आने का अनुमान है।
- Advertisement -
लिस्ट में था नाम लेकिन नहीं ली मंत्रीपद की शपथ, क्यों हुए नाराज अनिल विज
Breast Cancer: कैंसर को लेकर वर्ष 2020 की रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में 13 लाख कैंसर के मामले आए थे जिनमें 13.5 सिर्फ कैंसर के मामले थे। वहीं इस कैंसर से पीड़ित मरीजों की संख्या 10 फीसदी थी. साल 2012 से 2016 के बीच भारत के अलग-अलग राज्यों में महिलाओं की स्थिति का विमोचन किया गया।
रिपोर्ट में पता चला कि देश की एक लाख महिलाएं 556 ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी का शिकार हैं। सबसे विचित्र बात यह है कि यह संख्या हर साल तेजी से बढ़ रही है।
चलने या सीढ़ियां चढ़ने पर आती है चट-चट की आवाज तो इसे बिल्कुल भी न करें इग्नोर
महिला और पुरुष किसी को भी हो सकती है ये बीमारी
ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी महिला या पुरुष किसी को भी हो सकती है। कैंसर सेल्स में अनियमित तरीके से वृद्धि हो रही है। फिर बढ़ते-बढ़ते यह गांठ का रूप ले लेता है। जो ट्यूमर कहा जाता है. अगर समय रहते बीमारी का पता चल जाए तो इसका इलाज संभव है। लेकिन इसके साथ यह समस्या हैकि यह दोबारा भी हो सकता है. ब्रेस्ट कैंसर सर्जरी के बाद भी ब्रेस्ट के अलावा शरीर के दूसरे भागों में भी फैल सकता है
- Advertisement -
इसे मेटास्टेसिस कहा जाता है। हालाँकि भारत में आख़री कैंसर पुरुषों में बहुत कम पाए जाते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार महिलाओं में सबसे ज्यादा कैंसर के मामले सामने आते हैं। हर साल 21 लाख महिलाएं मनोवैज्ञानिक कैंसर की बीमारी से पीड़ित होती हैं। साल 2018 में 6,27,000 (15%) महिलाओं की मृत्यु ब्रेस्ट कैंसर से हुई।]