Gallbladder Stone: पित्ताशय में पथरी gall bladder को कई लोग पित्ताशय की पथरी के नाम से भी जानते हैं। आपको बता दें कि पित्ताशय हमारे लीवर के नीचे स्थित होता है। अगर इसमें पथरी हो तो असहनीय दर्द होता है। अगर पित्ताशय की पथरी का समय पर इलाज न किया जाए तो सर्जरी की नौबत आ सकती है। इसके अलावा पित्त में रुकावट होने पर खाना पचाने में दिक्कत होती है। इससे मरीजों को पाचन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में पित्त पथरी का इलाज बहुत जरूरी है। आप कुछ घरेलू नुस्खों के जरिए पित्त पथरी का इलाज कर सकते हैं। आइए जानते हैं पित्त पथरी के लक्षण और ऑपरेशन से बचने के लिए क्या करें?
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पित्त पथरी के लक्षण क्या हैं?
पित्ताशय में पथरी gall bladder होने पर शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं, जैसे-
- पेट के ऊपरी दाहिनी ओर दर्द
- बिना किसी कारण डकार आना
- शारीरिक कार्य करने में कठिनाई
- शरीर का वजन बढ़ना
- उल्टी करना
- पेटदर्द
- पेट में भारीपन महसूस होना
- भोजन पचाने में कठिनाई आदि।
- पित्ताशय में पथरी हो तो क्या करें?
- सेब के सिरके का प्रयोग करें
- अगर आप बिना ऑपरेशन के पित्ताशय से पथरी निकालना चाहते हैं तो सेब के सिरके का सेवन करें। दरअसल, सेब में मैलिक एसिड होता है, जो पथरी को मुलायम बनाता है। इससे पित्ताशय की पथरी के कारण होने वाले लक्षणों को कम किया जा सकता है।
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Gallbladder Stone: नाथपति का सेवन करें
अगर आप पित्ताशय की पथरी से पीड़ित हैं तो नाशपाती का सेवन करें। इसकी मदद से कोलेस्ट्रॉल से बनी पथरी को मुलायम किया जा सकता है। यह पथरी के कारण होने वाले दर्द और अन्य लक्षणों से राहत दिला सकता है।
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गाजर और चुकंदर का रस
पित्ताशय में पथरी होने पर आप गाजर और चुकंदर से बने जूस का सेवन कर सकते हैं। यह लिवर से गंदगी को बाहर निकालता है। इसमें मौजूद गुण शरीर की विषाक्तता को कम करते हैं, जिससे पित्त पथरी के कारण होने वाले लक्षण कम हो जाते हैं।
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Gallbladder Stone: सिंहपर्णी पित्त पथरी में लाभकारी है
पित्ताशय की पथरी gall bladder होने पर आप सिंहपर्णी का उपयोग कर सकते हैं। इससे शरीर की विषाक्तता को कम किया जा सकता है. इसके लिए एक कप पानी लें और उसमें एक बड़ा चम्मच डेंडिलियन की पत्तियां मिलाएं। इसके सेवन से पित्ताशय में पथरी का इलाज किया जा सकता है।