Opinion: उसकी बहुत ही प्यारी इकलौती बेटी थी। बड़े नाजों से उसे पाल रहा था। दुनिया की हर खुशी अपनी बेटी को देना चाहता था। लेकिन करोड़ों के कर्ज में डूबा वह कारोबारी हैवान बन गया। कर्ज न चुकाना पड़े,
हत्याकांड की ये पूरी कहानी
इसके लिए उसने घर छोड़ने का प्लान। प्लान ये कि नई जगह पर नई पहचान के साथ नए सिरे से जिंदगी की शुरुआत। लेकिन 10 साल की बेटी का क्या होगा? पत्नी तो किसी तरह गुजारा कर लेगी लेकिन बेटी…। फिर क्या था। जिन हाथों से कभी बेटी को गोद में उठाकर खिलाया था,
5 लाख तक फ्री इलाज के लिए कैसे बनवाएं यह कार्ड, किस-किस को मिल सकता है इसका लाभ?
Opinion : बेटी की आत्मा बात करती होती तो उस हैवान से जरूर पूछती
उन्हीं हाथों से उस हैवान ने अपने जिगर के टुकड़े का ही गला घोंट दिया। उसके बेजान पड़े शरीर को नदी में फेंक आया। शातिराना अंदाज में अपने गुनाह के हर निशां को मिटाने की कोशिश की।
अगर उस बेटी की आत्मा बात करती होती तो उस हैवान से जरूर पूछती- पापा मेरा कसूर क्या था? अब उस हैवान को अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। वैगा हत्याकांड की ये पूरी कहानी दिल को झकझोर कर रख देने वाली है।
हिसार शहर की सुदंरता में इस मशीन से लग जाएंगे अब चार चाँद
21 मार्च 2021 का दिन
10 साल की वैगा को उसका पिता सानू मोहन अलपुज्जा में अपने रिश्तेदार के यहां से अपने साथ लेकर निकलता है। वह पत्नी को रिश्तेदार के यहां ही छोड़ देता है कि वह अपने एक अंकल के यहां जा रहा। वैगा के साथ वह किसी अंकल के यहां जाने के बजाय कोच्चि के कंगरापादी स्थित अपने फ्लैट पहुंचता है।
कुछ देर बाद वह घर से बाहर जाता दिखता है। उसके बाद से ही दोनों लापता हो जाते हैं। उनका कोई सुराग नहीं मिलता। 2024 में इसरो के 6 बड़े अभियानों पर होगी दुनिया की निगाहेंरिश्तेदार उसी दिन दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराते हैं। अगले दिन यानी 22 मार्च को कोच्ची के मुट्टार नदी में वैगा की तैरती हुई लाश मिलती है। सानू मोहन गायब था। पुलिस जांच में जुटती है। शक की सूई सानू की ओर घूमती है
जो कि वहां से कर्नाटक भाग गया। पुलिस करीब एक महीने तक उसकी तलाश करती रही। आखिरकार 18 अप्रैल 2021 को उसे कर्नाटक के करवार में गिरफ्तार कर किया गया। पूछताछ में उसने अपनी बेटी की हत्या की जो कहानी बताई वह रोंगटे खड़े कर देने वाली थी।
क्या लड़किया भी शादी के लिए उतनी ही उतावली होती है जितने की लड़के?
Opinion : पूछताछ
पूछताछ में उसने अपनी बेटी की हत्या की जो कहानी बताई वह रोंगटे खड़े कर देने वाली थी। 21 मार्च को वैगा जब सानू मोहन के साथ निकली तो उसे क्या पता था 5 लाख तक फ्री इलाज के लिए कैसे बनवाएं यह कार्ड, किस-किस को मिल सकता है इसका लाभ? कि उसके पिता के दिमाग में क्या चल रहा है। उसे क्या पता था कि हैवान पिता उसकी जान लेने की प्लानिंग बना रहा है।
रास्ते में उसने बेटी को कोकाकोला पीने के लिए दिया लेकिन उसमें वह शराब मिला रखा था। फ्लैट पहुंचते-पहुंचते वैगा नशे के आगोश में चली गई। वहां पहुंचते ही सानू ने वैगा का गला घोंट डाला। हत्या के बाद उसने बेटी के बेजान शरीर को चादर में लपेटा और रात के अंधेरे में उसे ठिकाने लगाने के लिए अपनी कार से निकल गया। उसने अपने और बेटी के फोन को भी नष्ट कर दिया। रात करीब साढ़े 10 बजे के करीब उसने वैगा की लाश को मुट्टार नदी में फेंक दिया।
‘हिट एंड रन’ कानून के किन नियमों से डरे ड्राइवर, इन प्रावधानों का कर रहे विरोध
Opinion : कोर्ट ने बुधवार को इस मामले में फैसला सुनाया
सानू ने वैगा की हत्या के बाद फरार होने और नए सिरे से जिंदगी जीने का प्लान बनाया था उसने पुलिस को बताया कि वैगा को मारने के बाद उसने खुद भी जान देने की कोशिश की लेकिन पुलिस जांच में साफ हुआ कि वह झूठी कहानी बना रहा है।इस सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे केरल को हिला दिया था।
पुलिस ने 9 जुलाई 2021 को सानू के खिलाफ कोर्ट में 236 पन्नों की चार्जशीट पेश की। उस पर बेटी का अपहरण करने, हत्या करने, सबूत मिटाने, नशीला पदार्थ देने जैसे आरोप तय किए गए। एर्नाकुलम के स्पेशल पॉक्सो कोर्ट ने बुधवार को इस मामले में फैसला सुनाया। कोर्ट ने सानू के खिलाफ लगे सभी आरोपों को सच पाया। अभियोजन पक्ष ने हैवान पिता को फांसी की सजा देने की मांग की लेकिन कोर्ट ने हत्या के जुर्म में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई।