Woman’s Success In Dairy Farming: देश में महिलाएं अब आत्मनिर्भर बन रही हैं. वह हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल रही हैं. चाहें शिक्षा का क्षेत्र हो या खेती- किसानी. लेकिन आज हम एक ऐसी स्वावलंबी महिला के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो गौपालन से लाखों रुपये की कमाई कर रही हैं.
आज इस महिला के पास 40 से अधिक गायें हैं और वह रोज 600 लीटर से अधिक दूध का उत्पादन कर रही हैं. खास बात यह है कि आज इस महिला से प्रेरणा लेकर दूसरे लोग भी गौपालन कर रहे हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इस महिला किसान का नाम राजेश्वरी है और इनकी उम्र 43 साल है. राजेश्वरी कर्नाटक के तुमकुरु जिले के सूखाग्रस्त कोराटागेरे तालुका की रहने वाली हैं.
इन्होंने डेयरी क्षेत्र में सफलता की कहानी लिखी है. राजेश्वरी ने पांच साल पहले सिर्फ 5 गायों के साथ डेयरी फार्मिंग की शुरुआत की थी. आज राजेश्वरी ने मेहनत से अपने फार्म को एक संपन्न उद्यम में बदल दिया है, जिसमें अब 46 गायें हैं.
इन गायों से हर दिन 650 लीटर दूध का उत्पादन होता है. डेयरी क्षेत्र में उनकी उपलब्धि के लिए इंडियन डेयरी एसोसिएशन (आईडीए) ने उन्हें पिछले सप्ताह बेंगलुरु में सर्वश्रेष्ठ महिला डेयरी किसान का पुरस्कार प्रदान किया था.
चेहरे पर टमाटर को ऐसे लगाने से दूर होंगे दाग-धब्बे, कुछ ही दिन में फेस पर आएगी चमक
साल 2019 में शुरू किया गौपालन
राजेश्वरी की सफलता की कहानी 2019 में शुरू हुई, जब 39 साल की उम्र में उन्होंने घर पर गौपालन शुरू किया. हालांकि, यह रास्ता चुनौतियों से भरा था, जिसमें चारे की आपूर्ति से लेकर पशु चिकित्सा देखभाल जुटाना शामिल था.
खास बात यह है कि कोराटागे एक सूखाग्रस्त इलाका है. यहां पर चारे और पानी की किल्लत रहती है. इसके बावजूद भी राजेश्वरी ने गौपालन करने का फैसला किया.
उन्होंने छह एकड़ के भूखंड पर मक्का और कपास के बीज की खेती करने के लिए पड़ोसी किसानों से पट्टे पर जमीन ली और खेती की, ताकि मवेशियों का हरा चाला और अनाज मिल सके. इससे उन्हें अच्छा फायदा हुआ.
राम मंदिर बनने के बाद अब बदलेगी अयोध्या की तस्वीर
Woman’s Success In Dairy Farming: महीने में 7 लाख रुपये की कमाई
राजेश्वरी ने कहा कि कड़ी मेहनत और गुणवत्तापूर्ण चारे की खेती के कारण, लाभ मार्जिन धीरे-धीरे बढ़ने लगा. इसके बाद उन्होंने धीरे- धीरे गायों की संख्या बढ़ानी शुरू कर दी.
उनके पास जर्सी और होल्स्टीन फ़्रीज़ियन नस्लों की गायें हैं, क्योंकि वे अपनी अधिक दूध क्षमता के लिए जानी जाती हैं. राजेश्वरी ने बताया कि आज मेरे पास 46 गायें हैं.
राजेश्वरी का फार्म कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) को प्रतिदिन 650 लीटर दूध का देता, जिससे 7 लाख रुपये की मासिक आय होती है.
असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी छोड़ बना किसान, अब खेती से कमा रहा 7 लाख रुपये से ज्यादा
Woman’s Success In Dairy Farming: मिल चुके हैं कई पुरस्कार
उन्होंने अपनी गायों की उचित देखभाल और रखरखाव करने के लिए लगभग चार श्रमिकों को नौकरी पर रखा है. राजेश्वरी ने बताया कि कर्मचारियों के वेतन के साथ-साथ, मुझे गर्मियों के दौरान मांड्या और आसपास के जिलों से चारा खरीदने पर भी खर्च करना पड़ता है.
लेकिन मानसून में, इन खर्चों का ख्याल रखा जाता है, क्योंकि हम अपनी पट्टे की जमीन पर चारे की खेती करते हैं. राजेश्वरी की उपलब्धियों को दो कन्नड़ राज्योत्सव तालुक-स्तरीय पुरस्कार, छह केएमएफ तालुक-स्तरीय पुरस्कार और डेयरी फार्मिंग में सर्वश्रेष्ठ महिला के रूप में चार जिला-स्तरीय प्रशंसा के साथ मान्यता मिली है.