World Soil Day: आज दुनिया भर में विश्व मृदा दिवस 2024 मनाया जा रहा है। इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य मिट्टी के महत्व के प्रति लोगों को उजागर करना है। मिट्टी की मदद से लोग फल-सब्जी ही नहीं उगाते बल्कि सेहत से जुड़े कई लाभ भी लेते हैं। यही वजह है कि सालों से मड थेरेपी लोगों के बीच काफी पसंद की जाती है। मड थेरेपी स्किन से जुड़ी समस्याएं और डिप्रेशन जैसी दिक्कतों को दूर करने में काफी कारगर मानी जाती है। यह थेरेपी नेचुरल और केमिकल फ्री होने की वजह से, इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। आइए जानते हैं क्या है मड थेरेपी और सेहत के लिए कैसे हैं फायदेमंद।
क्या है मड थेरेपी?
आसान शब्दों में समझें तो मिट्टी से शरीर पर किए जाने वाले लेप को मड थेरेपी कहा जाता है। इस थेरेपी में मिट्टी को बॉडी के किसी एक अंग या पूरे शरीर पर लगाया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार मनुष्य का शरीर 5 तत्वों जल, वायु, पृथ्वी, आकाश और अग्नि से मिलकर बना है। इन 5 आवश्यक तत्वों में से एक मिट्टी भी है। जिसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। बता दें, मड यानी मिट्टी में सल्फर, जिंक, मैग्नीशियम और ब्रोमीन जैसे खनिज हो सकते हैं, जो स्किन के लिए गुणकारी साबित हो सकते हैं। प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में मिट्टी के लेप से कई रोगों का इलाज किया जाता है। मड बाथ आंतों की गर्मी दूर करके पाचन को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकती है। जिससे कब्ज, फैटी लीवर, कोलाइटिस, अर्थराइटिस, माइग्रेन और डिप्रेशन जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद मिल सकती है।
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World Soil Day: मड थेरपी के लिए कैसी मिट्टी का होता है इस्तेमाल?
मड थेरपी के लिए यूज की जाने वाली मिट्टी को 3 से 4 फीट नीचे से निकाला जाता है। जो साफ होने के साथ कई तरह के मिनरल्स से भरपूर भी होती है। इसके बाद इस मिट्टी का पेस्ट बनाकर समस्या के अनुसार शरीर के अलग-अलग अंगों या पूरे शरीर पर लगाया जाता है।
मड थेरेपी के फायदे
पाचन संबंधी समस्याएं
मड थेरेपी गर्म आंत को शांत करने में मदद करती है। जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं जैसे कब्ज, एसिडिटी, डायरिया, उल्टी और पेट दर्द रहता है उनके लिए मिट्टी की थेरेपी बहुत कारगार मानी जाती है।
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ब्लड प्रेशर
मड थेरेपी से हाई बीपी को कंट्रोल किया जा सकता है। बीपी कंट्रोल रहने से हार्ट संबंधी समस्याएं, मोटापा और
डायबिटीज जैसी कई अन्य बीमारियां कंट्रोल में रहती हैं।
तनाव
मिट्टी में मौजूद प्राकृतिक ठंडक शरीर की गर्मी को नियंत्रित करने में मदद करती है। जिससे तनाव, डिप्रेशन
और एंजायटी के लक्षणों से लड़ने में मदद मिलती है।
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त्वचा से जुड़ी समस्याएं
मिट्टी में मैग्नीशियम और जिंक जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो स्किन की परेशानियों से राहत
दिलाने में मदद करते हैं। जिन लोगों की स्किन ऑयली होती है उन्हें खास तौर पर मिट्टी की थेरेपी
लेने की सलाह दी जाती है।