Dream Project: डीजी पीआईअी रेलवे योगेश बवेजा ने बताया कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसका निर्माण नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन करा रहा है. दिल्ली मुंबई अहमदाबाद के अलावा भविष्य में छह और रूटों पर बुलेट चलाने की तैयारी है.
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मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन शुरू होने के बाद 2 और कॉरिडोर पर बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी रेलवे ने शुरू कर दी है. मुंबई-अहमदाबाद रूट पर काम तेजी से चल रहा है.
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वर्ष 2025 में देश की पहली बुलेट ट्रेन इस रूट पर चल सकती है. इसी बीच दो और रूटों पर डीपीआर बनाने का काम शुरू हो जाएगा. इन दोनों रुट्स की फीजिबिलिटी पहले तैयार हो चुकी है.
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इन सभी छह रूटों पर फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार हो चुकी है. रेलवे के अनुसार हावड़ा-वाराणसी और दिल्ली-अृमतसर के बीच बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी. लोकसभा चुनाव के बाद डीपीआर बनाने की प्रकिया शुरू हो जाएगी. संभावना है कि जून-जुलाई से डीपीआर पर काम शुरू हो जाएगा. 6 से 8 माह में डीपीआर का काम पूरा हो जाएगा.
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Dream Project: इन रुट्स पर फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार
दिल्ली- अमृतसर, हावड़ा-वाराणसी-पटना, दिल्ली-आगरा- लखनऊ-वाराणसी, दिल्ली –जयपुर-उदयपुर-अहमदाबाद, मुंबई-नासिक-नागपुर, मुंबई-हैदराबाद कॉरिडोर के लिए फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार हो चुकी है.
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बुलेट ट्रेन पर एक नजर
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किमी लम्बी भारत की पहली हाई स्पीड रेल लाइन का निर्माण कर रहा है, जिसका 352 किमी मार्ग गुजरात के 8 जिलों से होकर गुजरेगा. परियोजना का कार्य इन सभी 8 जिलों में शुरू हो चुका है.
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देश में पहली बार समुद्र के नीचे सुरंग इसी कॉरिडोर में बनने जा रही है. अभी तक देश में इस तरह की टनल बोरिंग मशीन नहीं है, अब अलग-अलग देशों से टीबीएम के पार्ट्स मंगाए जा रहे हैं और यहीं पर असेंबल किए जाएंगे.
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इसके बाद खुदाई का काम शुरू हो जाएगा. मंत्रालय के अनुसार दो से तीन माह में टीबीएम असेंबल हो जाएगी. यह सुरंग बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स भूमिगत स्टेशन और शिलफाटा के बीच होगी.