K. Kavita: दिल्ली शराब घोटाला मामले में शुक्रवार यानी 12 अप्रैल अहम दिन था. इस दिन इस मामले में सीबीआई ने कई खुलासे किये. आपको बता दें कि बीआरएस नेता के कविता (K. Kavita) पर दिल्ली की नई राजस्व नीति में दक्षिण भारत के शराब कारोबारियों को शामिल कराने का आरोप है. शुक्रवार को सीबीआई ने कविता (Kavita) को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया. आज सुबह 10 बजे से सीबीआई उनसे पूछताछ करेगी. आइए इस खबर में जानते हैं कि 100 करोड़ रुपये के लेनदेन में कितने पात्र होते हैं।
के. कविता (K. Kavita) पर अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर सबकुछ करने का आरोप है. कल सीबीआई ने कोर्ट में कहा कि 100 करोड़ रुपये देने के मामले में के कविता (K. Kavita) की अहम भूमिका है. वह मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है. सीबीआई ने राउज एवेन्यू कोर्ट में कहा कि आम आदमी पार्टी को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत की व्यवस्था करने में शामिल थे. कविता ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है.
K. Kavita: 100 करोड़ के लेनदेन में कितने अक्षर होते हैं?
एक बड़े कारोबारी ने अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की और केजरीवाल ने उन्हें एक्साइज पॉलिसी के जरिए मदद का भरोसा दिलाया. राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई ने कहा कि के कविता ने दिल्ली में एक्साइज पॉलिसी मामले पर चर्चा के लिए शरतचंद्र रेड्डी को आगे किया था. दिनेश अरोड़ा ने अपने बयान में पुष्टि की है कि अभिषेक बोइनपल्ली ने बताया था कि विजय नायर को 100 करोड़ रुपये दिए गए थे. सीबीआई ने अपनी दलीलों के समर्थन में सरकारी गवाह दिनेश अरोड़ा के बयान का हवाला दिया.
गुप्त बैठक कहाँ आयोजित की गई थी?
सीबीआई ने कोर्ट में यह भी बताया कि बुच्ची बाबू के व्हाट्सएप चैट और जमीन सौदे के दस्तावेजों को लेकर के. कविता (K. Kavita) से पूछताछ की गई है. सीबीआई ने कोर्ट को आगे बताया कि इस मामले से जुड़े कई आरोपियों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं. इसको लेकर होटल ताज में बैठक हुई. 2021 के मार्च-मई में जब शराब नीति बनाने की प्रक्रिया चल रही थी, तब अरुण पिल्लई, बुच्ची बाबू, बोइनपालिच… ये सभी दिल्ली के होटल ताज में ठहरे थे. के कविता की मुलाकात हैदराबाद में बिजनेसमैन से हुई थी।
सीबीआई ने आगे कहा कि इतना ही नहीं, विजय नायर के. कविता (K. Kavita) के संपर्क में था. कविता ने बिजनेसमैन से 100 करोड़ रुपये की एडवांस रकम का इंतजाम करने को कहा था। इस पैसे का इंतजाम करने में कविता ने बड़ी भूमिका निभाई. सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि गोवा चुनाव के लिए हवाला के जरिए पैसे जुटाए गए थे. यह रकम गोवा में आम आदमी पार्टी से जुड़े एक शख्स को मिली थी.