Former Haryana CM: हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधू और भिवानी के तोशाम से विधायक किरण चौधरी और उनकी बेटी ने कांग्रेस छोड़ दी है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा भेजा है। जिसमें किरण ने लिखा है कि यहां पार्टी को निजी जागीर की तरह चलाया जा रहा है। मेरा अपमान किया गया।
वे कल (19 जून) सुबह 10 बजे अपनी बेटी पूर्व सांसद श्रुति चौधरी के साथ भाजपा में शामिल होंगी। दोनों दिल्ली जाकर भाजपा मुख्यालय में पार्टी में शामिल होंगी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी वहां मौजूद रहेंगे।
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लेकिन सूत्रों के मुताबिक
किरण चौधरी लोकसभा चुनाव में भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से अपनी बेटी श्रुति चौधरी का टिकट कटने के बाद से ही नाराज दिख रही थीं। किरण ने कई बार मीडिया के सामने खुलकर आरोप लगाया कि उन्हें राजनीतिक रूप से खत्म करने की साजिश रची जा रही है।
उनके अलावा एक और कांग्रेस नेता पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा के भी पार्टी छोड़ने की चर्चा है। हालांकि कुलदीप अभी भी कांग्रेस में हैं, लेकिन सूत्रों के अनुसार वे भी बहुत जल्द भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
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Former Haryana CM: किरण चौधरी ने लिखा-
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे को भेजा इस्तीफा दोनों ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा भेजा है। दोनों नेताओं ने भूपेंद्र हुड्डा का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा।
किरण चौधरी ने लिखा- मैंने अपने जीवन के 4 दशक कांग्रेस पार्टी को निष्ठापूर्वक दिए हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हरियाणा में कांग्रेस को निजी जागीर की तरह चलाया जा रहा है।
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ईमानदार आवाज के लिए कोई जगह नहीं
जिसमें मेरी जैसी ईमानदार आवाज के लिए कोई जगह नहीं है। मुझे योजनाबद्ध तरीके से दबाया गया। षड्यंत्र रचे गए। हरियाणा के राष्ट्रपिता चौधरी बंसी लाल जी के मूल्यों और विचारधारा को हरियाणा में फैलाना और ईमानदारी से क्षेत्र और प्रदेश का विकास करना हमेशा मेरी प्राथमिकता रहेगी!
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Former Haryana CM: श्रुति चौधरी ने लिखा-
मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रही हूं। मैं उन लोगों में से हूं जिन्हें निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला है। मैंने भी निस्वार्थ सेवा की उस महान विरासत को पूरी ईमानदारी से कायम रखने का प्रयास किया है।
दुर्भाग्य से हरियाणा में कांग्रेस पार्टी अब एक व्यक्ति पर केंद्रित हो गई है। जिसने अपने स्वार्थ और क्षुद्र
हितों के लिए पार्टी के हित से समझौता किया है। चौधरी बंसीलाल और चौधरी सुरेंद्र सिंह जी की
विचारधारा पर चलते हुए क्षेत्र और प्रदेश का विकास हमेशा मेरी प्राथमिकता रहेगी।
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किरण चौधरी के इस्तीफे की कॉपी…
भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से श्रुति मांग रही थीं टिकट, हुड्डा के करीबी को मिला 2024 के लोकसभा चुनाव में
हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस ने 5-5 सीटें जीती हैं। किरण चौधरी अपनी बेटी श्रुति चौधरी के लिए
भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से टिकट मांग रही थीं।
इस सीट से उनकी बेटी एक बार सांसद रह चुकी हैं, लेकिन इस बार पार्टी ने श्रुति का टिकट काटकर पूर्व
सीएम हुड्डा के करीबी महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह को दे दिया। इससे किरण नाराज हो गईं और
दोनों ने खुद को चुनाव प्रचार से पूरी तरह अलग कर लिया। हालात ऐसे हो गए कि राव दान सिंह
चुनाव हार गए।
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Former Haryana CM: कुलदीप ने बुद्धिराजा के चुनाव में
यहां भी उनकी जगह करनाल सीट से यूथ कांग्रेस के कुलदीप शर्मा दावेदार थे। इसी तरह पूर्व डिप्टी
स्पीकर कुलदीप शर्मा करनाल सीट से दावेदारी जता रहे थे। भाजपा के हैवीवेट उम्मीदवार पूर्व
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को मैदान में उतारा गया।
दिव्यांशु बुद्धिराजा और कुलदीप शर्मा दोनों ही पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी हैं।
टिकट न मिलने के कारण कुलदीप शर्मा घर बैठ गए। कुलदीप ने बुद्धिराजा के चुनाव में कोई
दिलचस्पी नहीं दिखाई। जिसके कारण इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार बुरी तरह हार गया।
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कि कुलदीप शर्मा कभी भी पार्टी छोड़ सकते हैं
जिसके कारण सोनीपत की गन्नौर विधानसभा सीट से विधायक कुलदीप शर्मा सभी कार्यक्रमों
से दूरी बनाए हुए हैं। पांच सीटें जीतने के बाद कांग्रेस ने करनाल से ही विधानसभा चुनाव की
तैयारियां शुरू कर दी हैं। 16 जून को करनाल में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में कुलदीप शर्मा
शामिल नहीं हुए थे। इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं कि कुलदीप शर्मा कभी भी पार्टी
छोड़ सकते हैं।